
जापानी इन्वेस्टमेंट दिग्गज SoftBank ने अमेरिकी चिपमेकर Intel में बड़ा दांव लगाया है। कंपनी ने लगभग 2 अरब डॉलर की हिस्सेदारी खरीदकर खुद को Intel के टॉप-10 शेयरहोल्डर्स में शामिल कर लिया है। यह कदम ऐसे समय आया है जब Intel अपने कारोबार में सुधार और टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में दोबारा मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश कर रहा है।
SoftBank की इस एंट्री को दोनों कंपनियों के बीच रिश्तों को और गहरा करने वाला माना जा रहा है। Intel बीते कुछ सालों से तगड़े प्रतिस्पर्धा और उत्पादन चुनौतियों का सामना कर रहा है। खासतौर पर NVIDIA और AMD जैसी कंपनियों के आगे उसकी पकड़ कमजोर हुई थी। अब जब पूरी दुनिया में चिप्स की मांग तेजी से बढ़ रही है, Intel अपनी पुरानी जगह हासिल करने के लिए नए निवेश और पार्टनरशिप पर जोर दे रहा है।
SoftBank पहले भी टेक कंपनियों में बड़े निवेश के लिए जाना जाता है। ARM Holdings में इसकी हिस्सेदारी और दुनिया भर की टेक स्टार्टअप्स में किए गए निवेश इसके उदाहरण हैं। Intel में यह नई हिस्सेदारी न सिर्फ फाइनेंशियल सपोर्ट है, बल्कि एक तरह का भरोसा भी है कि कंपनी आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि SoftBank का यह कदम Intel के शेयर पर पॉजिटिव असर डाल सकता है। साथ ही, अमेरिका और जापान के बीच टेक सहयोग भी इससे और मजबूत होगा।
कुल मिलाकर, यह डील इस बात का संकेत है कि टेक इंडस्ट्री में बड़े खिलाड़ी अभी भी Intel पर भरोसा करते हैं और उसके टर्नअराउंड की उम्मीदें जिंदा हैं।