
Bitcoin की दुनिया जितनी रोमांचक है, उतनी ही रहस्यमयी भी है। इस डिजिटल करेंसी के पीछे जिस व्यक्ति या समूह का नाम है – Satoshi Nakamoto, उसकी पहचान आज तक किसी को नहीं पता।
खास बात ये है कि Satoshi ने 2009 में Bitcoin शुरू करने के बाद अब तक अपनी एक भी Bitcoin नहीं बेची। अनुमान है कि उनके पास करीब 11 लाख Bitcoin हैं। मौजूदा रेट से देखा जाए तो ये दौलत $129 बिलियन (लगभग ₹10.8 लाख करोड़) से भी ज्यादा है। यानी दुनिया के सबसे अमीर लोगों में उनका नाम ऊपर की लिस्ट में आ सकता है – वो भी बिना कभी सामने आए।
जैसे-जैसे Bitcoin की कीमत बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे ये चर्चा तेज होती जा रही है कि अगर Satoshi Nakamoto कभी सामने आएं, तो क्या वो दुनिया के सबसे अमीर इंसान बन सकते हैं?
पर असली सवाल ये है कि उन्होंने अब तक अपनी पहचान क्यों छिपाई है? क्या वो सिर्फ टेक्नोलॉजी में बदलाव लाना चाहते थे? या फिर उनका मकसद सिर्फ एक नया फाइनेंशियल सिस्टम बनाना था?
चाहे वजह जो भी हो, Nakamoto का ये रहस्य ही Bitcoin की कहानी को और दिलचस्प बनाता है। ये एक ऐसा किस्सा है जहां नायक की पहचान नहीं, लेकिन असर पूरी दुनिया में है।