
जर्मनी में अमेज़न के कर्मचारियों ने शनिवार को एक बड़े पैमाने पर हड़ताल शुरू कर दी। यह हड़ताल देशभर के कई वेयरहाउस और डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स में की जा रही है। कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि कंपनी उन्हें बेहतर वेतन और सुरक्षित कार्य परिस्थितियां दे।
यह कदम वेर.डी (Ver.di) नामक मज़दूर यूनियन के नेतृत्व में उठाया गया है। यूनियन का कहना है कि अमेज़न जर्मनी में काम करने वाले हज़ारों कर्मचारियों को पर्याप्त भुगतान नहीं करता, जबकि कंपनी लगातार मुनाफ़ा कमा रही है। यूनियन का यह भी कहना है कि कर्मचारियों पर काम का दबाव बहुत अधिक है और उन्हें लंबे समय तक बिना अतिरिक्त लाभ के काम करना पड़ता है।
अमेज़न प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि कंपनी अपने कर्मचारियों को प्रतिस्पर्धी वेतन और सुविधाएं देती है। लेकिन यूनियन का मानना है कि ई-कॉमर्स सेक्टर की तेज़ी से बढ़ती मांग के बीच कर्मचारियों को उनकी मेहनत का उचित हक़ मिलना चाहिए।
हड़ताल की वजह से डिलीवरी सेवाओं पर असर पड़ सकता है, खासकर उन ऑर्डरों पर जो समय-संवेदनशील हैं। हालांकि कंपनी ने कहा है कि ग्राहकों को कम से कम दिक़्क़त हो, इसके लिए वैकल्पिक इंतज़ाम किए जा रहे हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह हड़ताल लंबी चलती है तो इसका असर सिर्फ जर्मनी ही नहीं बल्कि यूरोप के अन्य हिस्सों पर भी पड़ सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि कंपनी और यूनियन के बीच समझौता कितनी जल्दी होता है।