
गाज़ा सिटी से एक बेहद गंभीर खबर आई है। यहां अकाल (Famine) की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। इंटरनेशनल फूड सिक्योरिटी सिस्टम (IPC) ने इसे फेज-5 यानी सबसे गंभीर स्तर पर रखा है। इसका मतलब है कि हालात अब नियंत्रण से बाहर जा रहे हैं और लाखों लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाज़ा में इस समय 5 लाख से ज्यादा लोग गंभीर खाद्य संकट झेल रहे हैं। यह आंकड़ा वहां की कुल आबादी का बड़ा हिस्सा है। लोगों को रोज़ाना की बुनियादी ज़रूरतों के लिए पर्याप्त भोजन नहीं मिल पा रहा है। बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों का कहना है कि लगातार जारी हिंसा और नाकेबंदी की वजह से खाद्य आपूर्ति लगभग ठप हो गई है। बाज़ारों में खाने-पीने की चीजें या तो मिल नहीं रही हैं, या इतनी महंगी हो गई हैं कि आम लोग खरीद नहीं सकते।
गाज़ा की इस स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य मानवीय संस्थाओं ने गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि अगर तुरंत राहत कार्य नहीं किया गया, तो आने वाले हफ्तों में मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
मानवाधिकार संगठनों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर लोगों की ज़िंदगी बचाने के लिए मदद पहुंचाएं।
कुल मिलाकर, गाज़ा सिटी की तस्वीर बेहद दुखद है। अकाल सिर्फ भूख की कहानी नहीं है, यह इंसानों की बुनियादी ज़रूरतों और उनके जीने के अधिकार पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।