
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने जैक्सन होल इकोनॉमिक सिम्पोजियम में अपने बयान से निवेशकों को चौंका दिया। पॉवेल ने संकेत दिया कि आने वाले समय में ब्याज दरों में कटौती संभव है। इस घोषणा का सीधा असर तुरंत शेयर और बॉन्ड मार्केट पर दिखाई दिया।
S&P 500 इंडेक्स में करीब 1.3% की बढ़त देखी गई, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाती है। वहीं, अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि बाजार अब उम्मीद कर रहा है कि फेडरल रिजर्व आर्थिक वृद्धि को सपोर्ट करने के लिए मौद्रिक नीति में ढील देगा।
विश्लेषकों का कहना है कि ब्याज दरों में कटौती से कंपनियों के लिए उधार लेना सस्ता होगा और इससे निवेश व खर्च बढ़ सकता है। दूसरी तरफ, सामान्य उपभोक्ताओं के लिए भी होम लोन और कार लोन जैसी वित्तीय लागतें कम हो सकती हैं।
हालांकि पॉवेल ने यह भी साफ किया कि फेड अभी भी महंगाई पर नजर बनाए हुए है। अगर मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ा तो ब्याज दर कटौती की रफ्तार धीमी भी हो सकती है। इसका मतलब है कि आने वाले महीनों में फेड के फैसले आर्थिक आंकड़ों पर काफी हद तक निर्भर करेंगे।
कुल मिलाकर, जैक्सन होल से आया यह संदेश निवेशकों के लिए राहत की खबर है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि फेडरल रिजर्व अगली बैठक में क्या रुख अपनाता है।