गोरखपुर। बेलघाट के बड़हा निवासी शांतनु यादव की बहन सरिता ने पंडित हरिसहाय पीजी कॉलेज से वर्ष 2010 में स्नातक की पढ़ाई किया है। बिहार प्रांत में निकले शिक्षक भर्ती में उसने आवेदन कर रखा है। उसने डिग्री के लिए एक नवंबर को आवेदन किया। बहन की डिग्री के लिए तभी से शांतनु प्रशासनिक भवन का चक्कर लगा रहे थें। वह डिग्री के लिए परीक्षा नियंत्रक, मुख्य नियंता समेत अन्य जिम्मेदारों से मिलकर गुहार लगा चुके थे। आवेदन के 48 दिन बाद सोमवार डिग्री देने के लिए बुलाया था। वह प्रशासनिक भवन में बाबू काशीनाथ के पास पहुंचे। काशीनाथ ने डिग्री अभी नही देने की बात कही। इसके बाद उसका सब्र टूट गया। वह रिकार्ड रूम में अर्धनग्न हो धरने पर बैठ गया। इसी बीच प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल के प्रशासनिक भवन के कमेटी हाल में बैठक लेने की जानकारी मिली। इस पर शांतनु कमेटी हाल में पास पहुंच गया। उसके कमेटी हाल पहुंचने के बाद विवि प्रशासन का हाथ पांव फूल गया। उसे सामान्य परीक्षा अनुभाग में ले जाकर सहायक कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक ने मनुहार किया। हंगामा की सूचना पर मुख्य नियंता प्रो. सतीश चंद्र पांडेय पहुंचे और जल्द डिग्री दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद उसने प्रदर्शन बंद किया।
आनन-फानन उपलब्ध कराई डिग्री
पिछले 48 दिन से पीड़ित शांतनु बहन की डिग्री के लिए प्रशासनिक भवन का चक्कर लगा रहा था। कर्मचारियों की हरकत से तंग आकर शांतनु सोमवार को अर्धनग्न धरना पर बैठ गया। इसके बाद जो बाबू अभी डिग्री नहीं देने की बात कह रहा था, उसी ने चंद घंटों में डिग्री मुहैया करवा दी।