
चंडीगढ़, 2 जून 2025 — पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (PSEB) ने 2025-2026 शैक्षणिक सत्र के लिए एक बिल्कुल नया और आधुनिक सिलेबस जारी किया है, जिसे “स्मार्ट करिकुलम 2025” नाम दिया गया है। इस बदलाव का उद्देश्य है — छात्रों को सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए नहीं, बल्कि भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना।
🧠 क्या बदला है सिलेबस में?
अब पढ़ाई होगी और भी स्मार्ट, प्रैक्टिकल और दिलचस्प। PSEB ने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुसार कई बदलाव किए हैं:
🔹 20% सिलेबस घटाया गया – गैर-जरूरी अध्याय हटाए गए।
🔹 नए विषय शामिल – कक्षा 6 से कोडिंग, कक्षा 9 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फाइनेंशियल लिटरेसी।
🔹 स्किल-आधारित विषय – कक्षा 11-12 में छात्र अब डिजिटल मार्केटिंग, ड्रोन ऑपरेशन और एग्री-टेक जैसे विषय चुन सकेंगे।
🔹 भाषा शिक्षा में सुधार – पंजाबी में अब रोचक ग्रैमर अभ्यास और अंग्रेजी में करेंट अफेयर्स आधारित कॉम्प्रिहेंशन।
🔹 साइंस होगी हैंड्स-ऑन – DIY प्रयोग, स्थानीय विज्ञान प्रोजेक्ट्स और पर्यावरणीय अध्ययन जोड़े गए।
“हम सिर्फ किताबें नहीं बदल रहे, सोचने का तरीका बदल रहे हैं,” — डॉ. किरणजोत कौर, PSEB एकेडमिक डायरेक्टर।
🎓 किन कक्षाओं पर असर?
- कक्षा 1 से 12 तक: पूरी तरह से नया सिलेबस लागू।
- 10वीं और 12वीं बोर्ड: विषयवार वेटेज चार्ट और सैंपल पेपर जल्द वेबसाइट पर उपलब्ध।
- डिजिटल + प्रिंट बुक्स: जुलाई के पहले हफ्ते में वितरण शुरू।
🌟 क्यों ज़रूरी था ये बदलाव?
पुराने सिलेबस में बच्चों का रट्टा ज्यादा और समझ कम हो रही थी। अब फोकस होगा:
✔️ समझ पर आधारित पढ़ाई
✔️ कम परीक्षा तनाव, ज्यादा एक्टिव लर्निंग
✔️ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
✔️ भविष्य की नौकरियों के लिए स्किल डिवेलपमेंट
🧒 छात्रों और शिक्षकों की राय
“अब पढ़ाई सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होगी। कोडिंग सीखने का इंतज़ार है।”
— सिमरन कौर, कक्षा 8, पटियाला
“बोझ तो कम हुआ है, लेकिन शिक्षकों की ट्रेनिंग भी ज़रूरी है।”
— रविंदर शर्मा, साइंस शिक्षक, लुधियाना
🔍 फोकस एरिया
- टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन
- रीजनल कल्चर का समावेश
- पर्यावरण और लैंगिक संवेदनशीलता
- मल्टीडिसिप्लिनरी लर्निंग
- परीक्षा में कम भार, आकलन में विविधता