
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में चंगूर बाबा का आलीशान आश्रम अब इतिहास बन चुका है। प्रशासन ने करीब ₹3 करोड़ की लागत से बना ये 70 कमरों वाला आश्रम ज़मींदोज कर दिया। आश्रम गिराए जाने के बाद चंगूर बाबा की आंखें भर आईं और उन्होंने कहा कि ये सब उन्होंने जीवनभर की मेहनत से खड़ा किया था।
लेकिन मामला सिर्फ आश्रम तक सीमित नहीं था। रिपोर्ट्स के अनुसार, चंगूर बाबा पर पिछले 15 साल से धर्मांतरण (Religious Conversion) की गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है। प्रशासन का कहना है कि बाबा ने आश्रम की आड़ में लोगों को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाया। जांच में यह भी सामने आया है कि बाबा विदेशों से आर्थिक सहायता प्राप्त कर रहा था।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस और प्रशासन की भारी मौजूदगी रही। अधिकारियों के अनुसार, चंगूर बाबा के खिलाफ धर्मांतरण कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा ज़मीन कब्जा, अवैध निर्माण और फंडिंग के स्रोतों की भी जांच जारी है।
स्थानीय लोगों की मानें तो आश्रम में पहले धार्मिक प्रवचन और सामाजिक सेवा की बातें होती थीं, लेकिन धीरे-धीरे गतिविधियाँ संदिग्ध होती चली गईं। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि आश्रम में गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों को टारगेट किया जाता था।
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासन की सक्रियता और धर्मांतरण पर चल रही निगरानी को फिर से उजागर कर दिया है।