
सऊदी अरब के प्रिंस वॉलिद बिन खालिद बिन तलाल, जिन्हें दुनिया ‘Sleeping Prince’ के नाम से जानती थी, अब इस दुनिया में नहीं रहे। 2005 में लंदन में एक कार एक्सीडेंट के बाद वह कोमा में चले गए थे और पिछले 20 साल से इसी हालत में थे। इस खबर ने सऊदी अरब ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को भावुक कर दिया।
इस हादसे के बाद से उनका परिवार लगातार उनकी देखभाल में लगा रहा। उम्मीदें भी थीं कि एक दिन वे आंखें खोलेंगे और सबकुछ फिर से सामान्य होगा। कई बार सोशल मीडिया पर उनके हिलने या आंखें खोलने की वीडियो सामने आईं, जिससे लोगों को उम्मीद बंधी रही। लेकिन अब, 2025 में, उन्होंने चुपचाप अलविदा कह दिया।
सऊदी शाही परिवार और दुनियाभर के लोग सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनके निधन की खबर जैसे ही आई, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #SleepingPrince ट्रेंड करने लगा। लोगों ने उन्हें ‘धैर्य की मिसाल’ और ‘माँ-बाप की उम्मीद का प्रतीक’ बताया।
इस घटना ने एक बार फिर यह सिखा दिया कि ज़िंदगी कितनी अनिश्चित है। 2005 में एक साधारण सी कार यात्रा ने एक युवा राजकुमार की ज़िंदगी बदल दी।