लीड्स, 20 जून 2025 – भारत और इंग्लैंड के बीच बहुप्रतीक्षित पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ हेडिंग्ले में हो गया, और पहले ही दिन क्रिकेट का रोमांच शिखर पर पहुंच गया। लेकिन इस मुकाबले की शुरुआत केवल बल्ले और गेंद से नहीं हुई — यह दिन भावनाओं, बहादुरी और भारतीय जोश का प्रतीक बन गया।
🕯️ खामोशी की चीख: हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि
मैदान पर पहली गेंद फेंकने से पहले दोनों टीमों ने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी। 12 जून को हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में 274 लोग जान गंवा बैठे। खिलाड़ियों ने काली पट्टियां बांधीं और राष्ट्रगान से पहले एक मिनट का मौन रखा गया।
इस गहन क्षण ने खेल से आगे बढ़कर इंसानियत की तस्वीर पेश की। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भी एक बयान जारी कर संवेदना जताई।
🏏 बॉल से बैकफायर: इंग्लैंड की रणनीति उलटी पड़ी
टॉस जीतकर इंग्लैंड ने भारत को पहले बल्लेबाज़ी का न्योता दिया, लेकिन उनका यह फैसला तेज शुरुआत करने वाले भारतीय बल्लेबाजों ने ध्वस्त कर दिया।
यशस्वी जायसवाल, जिन्होंने मानो मौसम की तरह इंग्लिश गेंदबाज़ों पर कहर बरपाया, ने शानदार अंदाज़ में नाबाद 127 रनों की पारी खेली। उनकी बल्लेबाज़ी में संयम और आक्रामकता का अद्भुत संतुलन दिखा — एक क्लासिक टेस्ट पारी, जिसमें हर गेंद पर जवाब था।
👑 शुभमन गिल: नए कप्तान, नया आत्मविश्वास
भारत के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने दबाव को दबदबे में बदला। कप्तानी की पहली सीरीज़ और पहले ही टेस्ट में शानदार शतक (104 रन) लगाकर गिल ने साफ कर दिया — यह सिर्फ नेतृत्व नहीं, नेतृत्व के साथ प्रदर्शन भी है।
गिल और जायसवाल की जोड़ी ने दूसरे सत्र में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया और इंग्लैंड के बॉलिंग अटैक को पूरी तरह थका दिया।
🎯 पंत की पुकार: फिनिशर की तरह उतरे
जैसे ही जायसवाल आउट हुए, क्रीज़ पर आए ऋषभ पंत। और फिर वही चिर-परिचित अंदाज़ — आक्रामक, आत्मविश्वासी, और इंग्लिश परिस्थितियों में सहज। उन्होंने दिन का अंत भारत के पक्ष में मजबूती से किया।
📊 पहला दिन – स्कोरकार्ड संक्षेप
भारत – 359/3 (90 ओवर)
- यशस्वी जायसवाल – 127*
- शुभमन गिल – 104
- केएल राहुल – 42
- ऋषभ पंत – 39* (नाबाद)
🔥 क्या इंग्लैंड वापसी करेगा?
पहले ही दिन 350+ का स्कोर देख इंग्लिश टीम अब दबाव में है। क्या वे दिन दो पर वापसी कर पाएंगे? या भारतीय बल्लेबाज़ उन्हें पूरी तरह मैदान से बाहर कर देंगे?
जो भी हो, यह सीरीज़ अब महज़ क्रिकेट नहीं रही — यह जुनून और जज़्बे की कहानी बन चुकी है।