
📍 तेल अवीव | 13 जून 2025
मिडिल ईस्ट एक बार फिर युद्ध की दहलीज पर है। सूत्रों की मानें तो इज़राइल ईरान पर बड़े सैन्य हमले की तैयारी में है — और इस बार शायद अमेरिका के बिना। जी हाँ, अमेरिका-ईरान परमाणु वार्ता के बीच, इज़राइल का मूड अब आक्रामक होता दिख रहा है।
🚀 “IDF के गुप्त ऑपरेशन से कांप उठा तेहरान”
इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने बीते सप्ताह ईरान के परमाणु ठिकानों पर एक सीक्रेट एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें ईरान के कई शीर्ष सैन्य कमांडर मारे गए। इन हमलों ने ईरान के न्यूक्लियर इन्फ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचाया।
इसके जवाब में, ईरान ने 100 से ज्यादा ड्रोन इज़राइल की ओर लॉन्च किए, जिन्हें आयरन डोम ने रोक तो लिया, लेकिन तनाव चरम पर पहुंच गया।
🛑 “अमेरिका पीछे हट रहा है?”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया है कि अब ईरान से परमाणु समझौते की संभावना बेहद कम रह गई है, क्योंकि “तेहरान के रुख में बदलाव आया है।”
इस बयान ने पूरी दुनिया को चौंका दिया, क्योंकि यह संकेत है कि अगर इज़राइल हमला करता है, तो अमेरिका सीधे साथ नहीं देगा।
🌍 “UN ने मांगा गाजा में फौरन युद्धविराम, लेकिन…”
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारी बहुमत से गाजा में तुरंत और बिना शर्त सीज़फायर की मांग की है। हालांकि, अमेरिका और इज़राइल ने इसका विरोध किया।
अब सवाल उठता है — क्या इज़राइल खुद को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अलग कर रहा है?
🕊️ “गाज़ा से दो और बंधकों के शव बरामद”
IDF ने गाज़ा में चल रहे ऑपरेशन के दौरान दो और बंधकों के शव बरामद किए, जिससे अब तक मारे गए बंधकों की संख्या 53 हो चुकी है। यह खबर इज़राइल में गम और गुस्से की लहर ला रही है।
🚫 “ग्रेटा थनबर्ग को इज़राइल से बाहर किया गया”
जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को प्रो-पैलेस्टिनियन मिशन में हिस्सा लेने पर इज़राइल से डिपोर्ट कर दिया गया।
इज़राइली सरकार ने उनके कृत्य को “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा” बताया।
🔥 “क्या होगा अब?”
- क्या इज़राइल एकतरफा हमला करेगा?
- क्या ईरान पलटवार में तेल-अविव को निशाना बनाएगा?
- और क्या दुनिया एक और वर्ल्ड क्राइसिस के करीब है?
इन सवालों के जवाब आने वाले हफ्तों में मिलेंगे। लेकिन इतना तय है — मिडिल ईस्ट अब खामोश नहीं, बल्कि बारूद के ढेर पर बैठा है।