
अगर आपने हाल ही में सोशल मीडिया पर समय बिताया है, तो शायद आपने एक वायरल दावा देखा होगा जिसमें कहा गया था कि 2 अगस्त को पूरी दुनिया 6 मिनट के लिए अंधेरे में डूब जाएगी। यह खबर तेजी से फैल गई और कई लोगों को हैरानी (या हल्की चिंता) में डाल दिया। लेकिन अब इस अफवाह की सच्चाई सामने आ चुकी है — NASA ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कोई सूर्यग्रहण 2 अगस्त को नहीं हुआ, और न ही उस दिन ऐसा कुछ होने वाला था।
असल में, अगला बड़ा सूर्यग्रहण जो दुनिया के कई हिस्सों से देखा जा सकेगा, 2 अगस्त 2027 को होगा। और तब भी यह पूरी धरती को एक साथ अंधेरे में नहीं डालेगा। सूर्यग्रहण हमेशा एक सीमित इलाके में ही प्रभाव डालता है, पूरी दुनिया पर नहीं।
यह अफवाह शायद किसी मीम या गलतफहमी से निकली जानकारी से शुरू हुई, जो बिना पुष्टि किए वायरल हो गई। यह घटना हमें याद दिलाती है कि इंटरनेट पर फैली हर जानकारी पर भरोसा नहीं किया जा सकता — खासकर जब बात विज्ञान या प्राकृतिक घटनाओं की हो।
NASA और अन्य विश्वसनीय वैज्ञानिक संस्थानों ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की खबरों की पहले पुष्टि करें और केवल भरोसेमंद स्रोतों से ही जानकारी साझा करें। गलत जानकारी, चाहे कितनी भी मामूली क्यों न लगे, लोगों में भ्रम फैला सकती है और वैज्ञानिक तथ्यों पर विश्वास को नुकसान पहुंचा सकती है।
तो अगर आप 2 अगस्त को कुछ अनोखा होने का इंतज़ार कर रहे थे, तो अब स्पष्ट है कि वह सिर्फ एक अफवाह थी। अगली बार जब कोई खबर “अविश्वसनीय” लगे — तो थोड़ा रुककर सोचें और जांच करें।