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थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगस्री बनीं मिस वर्ल्ड 2025: खूबसूरती, बुद्धिमत्ता और उद्देश्य की मिसाल

थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगस्री बनीं मिस वर्ल्ड 2025: खूबसूरती, बुद्धिमत्ता और उद्देश्य की मिसाल

थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगस्री ने मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब जीतकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। इस भव्य प्रतियोगिता में मिस इथियोपिया फर्स्ट रनर-अप रहीं, जबकि मिस पोलैंड और मिस मार्टिनिक ने क्रमशः तीसरा और चौथा स्थान हासिल किया।

फुकेत से विश्व मंच तक का सफर

20 मार्च 2003 को थाईलैंड के खूबसूरत समुद्री शहर फुकेत में जन्मी ओपल एक होटल व्यवसायी परिवार से आती हैं। बचपन से ही अंतरराष्ट्रीय माहौल में पली-बढ़ी ओपल आज वैश्विक मंच पर थाईलैंड की प्रतिनिधि बनकर खड़ी हैं।

वह थाईअंग्रेज़ी और चीनी भाषाओं में दक्ष हैं और सही मायनों में एक वैश्विक नागरिक हैं।

शिक्षा में उत्कृष्टता और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण

ओपल की शैक्षणिक यात्रा त्रियाम उदोम सुक्सा स्कूल, बैंकॉक से शुरू हुई, जहाँ उन्होंने भाषाओं और अंतरराष्ट्रीय संस्कृति में रुचि विकसित की। वर्तमान में वह थममसाट यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान की पढ़ाई कर रही हैं, जहाँ उनका फोकस अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर है।

उनकी यह शैक्षणिक दिशा उन्हें सिर्फ मंच की रानी नहीं, बल्कि भविष्य की वैश्विक नेता भी बनाती है।

महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए समर्पित

ओपल सिर्फ खूबसूरती की मिसाल नहीं हैं, बल्कि एक जिम्मेदार सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। 16 वर्ष की उम्र में जब उन्होंने एक सौम्य स्तन गांठ की सर्जरी करवाई, तब से उन्होंने “ओपल फॉर हर” नामक अभियान शुरू किया, जो स्तन स्वास्थ्य और शुरुआती जांच के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करता है। यह पहल महिलाओं के लिए उनके समर्पण और सशक्तिकरण की भावना को दर्शाती है।

मिस वर्ल्ड 2025 में भारत की भागीदारी

भारत की ओर से प्रतिनिधित्व कर रहीं नंदिनी गुप्ता, जो मिस इंडिया 2023 बनी थीं, इस बार टॉप 8 में जगह नहीं बना सकीं। राजस्थान के कोटा के पास स्थित कैथून की रहने वाली नंदिनी ने देशभर की युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर उभरने वाला सफर तय किया।

हालाँकि वह अंतिम चरण तक नहीं पहुँच सकीं, पर उनकी कहानी लाखों दिलों को छू गई।

एक नए युग की शुरुआत

हैदराबाद में आयोजित हुई 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे सौंदर्य जगत के लिए ऐतिहासिक रही। पिछली विजेता, क्रिस्टिना पायश्कोवा (चेक गणराज्य), ने इस वर्ष अपना ताज ओपल को सौंपा, और इसी के साथ एक नए अध्याय की शुरुआत हुई।

अब यह ताज है ओपल सुचाता चुआंगस्री के सिर पर — एक ऐसी शख्सियत जो खूबसूरती, समझदारी और सेवा भावना का प्रतीक है।

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