
मुंबई | 17 जून 2025 — एक समय भारतीय ऑटो इंडस्ट्री की रफ्तार को टाटा मोटर्स लीड कर रही थी, लेकिन अब यह कंपनी खुद गहरे संकट के मोड़ पर है। 7 अप्रैल को कंपनी के शेयरों में 10% की बड़ी गिरावट आई, और उसके बाद से लगातार 6 महीनों में 39% तक की गिरावट ने निवेशकों को हैरान-परेशान कर दिया।
लेकिन आखिर क्यों डगमगा रही है टाटा मोटर्स की सवारी? आइए जानते हैं:
🚫 अमेरिका में Jaguar Land Rover की सप्लाई पर ब्रेक
टाटा मोटर्स की ब्रिटिश लग्ज़री कार ब्रांड Jaguar Land Rover (JLR) ने हाल ही में अमेरिका में शिपमेंट अस्थायी रूप से बंद कर दी है। यह टाटा मोटर्स के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि अमेरिका इसका अहम मार्केट है। इससे आने वाले क्वार्टर्स में राजस्व में भारी गिरावट आने की आशंका है।
📉 चौथी तिमाही में मुनाफा आधा, बाजार की उम्मीदों पर पानी
हालांकि कंपनी ने स्ट्रीट अनुमानों को पछाड़ा, फिर भी FY25 की चौथी तिमाही में 51% सालाना गिरावट देखने को मिली। राजस्व लगभग स्थिर रहा, और सिर्फ कॉमर्शियल व्हीकल सेगमेंट ने थोड़ी राहत दी। JLR की कमाई में मामूली सुधार हुआ, लेकिन वो काफी नहीं था।
🔻 गिरावट की पूरी तस्वीर
- 5 ट्रेडिंग दिन में नुकसान: 17.12%
- 30 दिनों में गिरावट: 15%
- 6 महीनों में शेयर मूल्य में कमी: 39.42%
इसके साथ ही Q3 में भी कंपनी ने सप्लाई चेन दिक्कतों और महंगे इनपुट कॉस्ट की वजह से अपेक्षा से ज्यादा घाटा झेला।
🇺🇸 ट्रंप के इंपोर्ट टैक्स का खतरा, JLR की अमेरिका में बिक्री पर असर
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 25% आयात शुल्क JLR के लिए एक और मुसीबत बन सकता है। इससे अमेरिका में JLR की कारें महंगी हो जाएंगी और बिक्री पर तगड़ा असर पड़ेगा।
🏦 रेटिंग एजेंसियों की चेतावनी और डाउनग्रेड
कई क्रेडिट एजेंसियों ने टाटा मोटर्स की रेटिंग घटा दी है, और इसका कारण बताया गया है — लगातार घटती कमाई, JLR की दिक्कतें, और गिरती बिक्री। ब्रोकरेज हाउस भी अब कंपनी पर बेयरिश नजरिया दिखा रहे हैं।
📊 वर्तमान शेयर की स्थिति (16 जून 2025 तक)
- शेयर प्राइस: ₹700.45
- पिछला क्लोज़: ₹715.35
- दैनिक गिरावट: 1.63%
💬 एक्सपर्ट की राय
“JLR की दिक्कतें, अंतरराष्ट्रीय जोखिम और कमजोर कमाई ने टाटा मोटर्स की चमक फीकी कर दी है। कंपनी को रणनीति में बड़ा बदलाव लाना होगा नहीं तो शेयर और लुढ़क सकता है,” — आर.के. नांबियार, ऑटो विश्लेषक।
🔮 आगे क्या?
टाटा मोटर्स को अब जटिल मोड़ों से गुजरते हुए JLR की अमेरिका वापसी, कमाई में सुधार और निवेशकों का भरोसा दोबारा जीतने की चुनौती है। ट्रंप के टैक्स और अगली तिमाही के आंकड़े अब कंपनी का भविष्य तय करेंगे।