
कांग्रेस पार्टी ने 5 अगस्त 2025 को ‘काला दिवस’ (Black Day) के रूप में मनाया है, ताकि जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीने जाने के फैसले का विरोध किया जा सके। इस दिन को लेकर पार्टी ने पूरे देश में प्रदर्शन और विरोध कार्यक्रम आयोजित किए, खासकर घाटी और जम्मू क्षेत्र में।
2019 में केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँट दिया था—जम्मू-कश्मीर और लद्दाख। उस दिन से लेकर आज तक यह मुद्दा देश की राजनीति में लगातार चर्चा में रहा है। कांग्रेस का कहना है कि यह फैसला जनता की भावनाओं के खिलाफ लिया गया था और जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता को नुकसान पहुंचाया गया।
पार्टी नेताओं ने श्रीनगर और दिल्ली सहित कई शहरों में काले झंडे लहराए और मौन प्रदर्शन किए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “5 अगस्त सिर्फ एक तारीख नहीं है, यह उस दिन की याद है जब लोकतंत्र की आत्मा को कुचला गया था। हम मांग करते हैं कि जम्मू-कश्मीर को उसका राज्य का दर्जा तुरंत बहाल किया जाए।”
हालांकि, केंद्र सरकार और सत्ताधारी दल भाजपा इस फैसले को ऐतिहासिक सुधार मानते हैं, जिससे विकास और सुरक्षा में सुधार हुआ है। लेकिन विपक्ष और स्थानीय दलों का मानना है कि बिना जनमत के ऐसा निर्णय लेना संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है।
कांग्रेस ने इस दिन को हर साल ‘काला दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की है, जब तक राज्य का दर्जा बहाल नहीं होता।