
यूक्रेन ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि रूस का हालिया हवाई हमला काफी बड़े पैमाने पर हुआ। मिसाइलों और ड्रोन की लगातार बौछार से कई शहर प्रभावित हुए हैं। इस हमले में सैन्य और नागरिक ढांचे दोनों को नुकसान पहुँचा है। कीव का कहना है कि उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने कई हमलों को रोका, लेकिन कुछ जगहों पर नुकसान हुआ है।
युद्ध की यह स्थिति ऐसे समय में सामने आई है जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस और यूक्रेन पर बढ़ता कूटनीतिक दबाव देखा जा रहा है। पश्चिमी देश लगातार रूस से हमले रोकने की अपील कर रहे हैं और यूक्रेन को सुरक्षा मदद दे रहे हैं।
इसी बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे व्लादिमीर पुतिन और वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के बीच एक शांति वार्ता कराने की कोशिश कर सकते हैं। ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब बातचीत की संभावनाओं को लेकर लगातार अटकलें लग रही हैं।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी गहरी जड़ें जमा चुके युद्ध में किसी भी शांति वार्ता को सफल बनाना बेहद मुश्किल होगा। फिर भी, इस तरह की पहल से कम से कम बातचीत की राह खुल सकती है।
फिलहाल, हालात यही दिखा रहे हैं कि युद्ध और कूटनीति दोनों साथ-साथ चल रहे हैं। रूस के हमलों और यूक्रेन के प्रतिरोध के बीच दुनिया अब यह देख रही है कि क्या सच में कोई ठोस शांति प्रयास सामने आ पाएगा या यह संघर्ष और लंबा खिंचेगा।