
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार देर रात अचानक बादल फटने की घटना ने तबाही मचा दी। धाराली और आसपास के गांवों में आई अचानक बाढ़ से अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन और आपदा राहत टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। NDRF और SDRF की टीमें पहाड़ी इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रही हैं। इलाके में लगातार हो रही बारिश के कारण राहत कार्यों में भी दिक्कतें आ रही हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, देर रात तेज बारिश के बाद कुछ ही मिनटों में नाले उफान पर आ गए और पानी गांवों में घुस गया। कई घर बह गए हैं और कुछ सड़कें भी टूट गई हैं। सबसे ज़्यादा नुकसान धाराली और मनेरी गांवों में हुआ है। कई जगहों पर मोबाइल नेटवर्क भी बंद हो गया है, जिससे संपर्क में परेशानी हो रही है।
सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात की निगरानी के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है।
इस हादसे ने एक बार फिर उत्तराखंड की भौगोलिक नाज़ुकता और जलवायु बदलाव के खतरों की ओर ध्यान खींचा है।