
वॉशिंगटन/नई दिल्ली, 16 जून 2025 – अमेरिका ने भारत के लिए अपनी ट्रैवल एडवाइजरी को अपडेट कर लेवल-2 (अधिक सतर्कता बरतें) कर दिया है। इस चेतावनी में बढ़ते हुए अपराध, यौन हमलों और संभावित आतंकी हमलों को लेकर अमेरिकी नागरिकों को सावधान रहने के लिए कहा गया है।
📍 किन इलाकों में जाना है खतरनाक?
1. जम्मू और कश्मीर (लद्दाख और लेह को छोड़कर):
यहां आतंकी गतिविधियां, हिंसा और नागरिक अशांति की घटनाएं आम हैं। श्रीनगर, गुलमर्ग, पहलगाम जैसे पर्यटन स्थलों में भी खतरा बना रहता है।
2. भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र:
सीमा के आसपास कभी भी सैन्य संघर्ष हो सकता है। केवल अटारी-वाघा बॉर्डर ही आधिकारिक क्रॉसिंग पॉइंट है।
3. पूर्वी महाराष्ट्र, उत्तरी तेलंगाना और पश्चिम बंगाल:
यह क्षेत्र माओवादी चरमपंथियों (नक्सलियों) की गतिविधियों के कारण जोखिम में हैं।
4. मणिपुर राज्य:
जातीय हिंसा, सरकारी अधिकारियों पर हमले और प्रवेश के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता इसे हाई रिस्क ज़ोन बनाते हैं।
📵 अतिरिक्त सावधानियां:
- GPS और सैटेलाइट फोन: भारत में बिना अनुमति इन उपकरणों का रखना गैरकानूनी है — ₹1.6 करोड़ ($200,000) जुर्माना और 3 साल की जेल हो सकती है।
- भारत-नेपाल सीमा पर भूमि यात्रा: इमिग्रेशन जांच व जुर्माने की चेतावनी दी गई है।
- ग्रामीण इलाकों में अमेरिकी सहायता सीमित: आपात स्थिति में मदद मिलना मुश्किल हो सकता है।
✅ जरूरी सुझाव:
- STEP रजिस्ट्रेशन करें (Smart Traveler Enrollment Program): ताकि अमेरिकी दूतावास से ताज़ा अलर्ट मिल सके।
- कॉम्प्रिहेंसिव ट्रैवल इंश्योरेंस लें: विशेष रूप से मेडिकल, कैंसिलेशन और रेस्क्यू कवरेज के साथ।
- अपने गंतव्य की रिसर्च करें: हर क्षेत्र की स्थिति अलग हो सकती है, सतर्क रहें।
🧨 क्यों बढ़ा खतरा?
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इसके बाद से भारत में विदेशी पर्यटकों के लिए चेतावनियां और तेज़ हो गई हैं।
:
- भारत यात्रा चेतावनी 2025
- अमेरिका की ट्रैवल एडवाइजरी
- भारत में महिलाओं की सुरक्षा
- जम्मू कश्मीर में आतंकवाद
- मणिपुर में जातीय हिंसा
- GPS भारत में प्रतिबंधित
- ट्रैवल इंश्योरेंस भारत
- STEP कार्यक्रम अमेरिका