शादी के कुछ ही दिनों बाद, जब एक नवविवाहित जोड़ा अपने सपनों के हनीमून पर मेघालय की वादियों में गया, किसी ने नहीं सोचा था कि वही हनीमून एक राष्ट्रीय सनसनी बन जाएगा।
पति की रहस्यमयी मौत, पत्नी पर हत्या का आरोप, और अब… परिवार का भावुक बयान जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है।
“वो हत्यारिन नहीं है… वो एक टूट चुकी बेटी है, जो सिस्टम और समाज के बीच पिस रही है।”
मोहब्बत से मातम तक: जो कहानी प्यार से शुरू हुई थी, अब शक़ में डूबी है
सोनम और उनके पति की नई-नई शादी हुई थी। परिवार और दोस्तों की दुआओं के साथ वे मेघालय रवाना हुए — लेकिन दो दिन बाद खबर आई कि पति की मौत हो गई है, और शक़ की सुई सीधी सोनम पर आ गई।
हर न्यूज़ चैनल चीखने लगा:
- “हनीमून बना खूनी ट्रिप!”
- “बीवी बनी कातिल?”
- “शादी के बाद मौत का प्लान?”
लेकिन अब सोनम के माता-पिता ने चुप्पी तोड़ दी है — और जो बातें उन्होंने कहीं हैं, वो झकझोर देने वाली हैं।
“हमारी बेटी टूट चुकी है… और उसे बेकसूर होते हुए भी गुनहगार बना दिया गया है”
सोनम की मां ने कहा:
“उसे जानबूझकर फंसाया जा रहा है। पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं है, सिर्फ़ कहानियां हैं… और मीडिया की भूख।”
पिता बोले:
“अगर किसी और की बेटी होती, क्या तब भी बिना जांच के उसे हत्यारिन बना दिया जाता?”
वो 5 सवाल जो आज कोई नहीं पूछ रहा:
- क्या पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हत्या की पुष्टि की है?
- क्या होटल की CCTV फुटेज सार्वजनिक की गई है?
- वहां कोई तीसरा व्यक्ति मौजूद था क्या?
- फोन रिकॉर्ड्स और चैट्स में क्या मिला?
- सोनम का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है क्या?
मीडिया ट्रायल या मॉडर्न लिंचिंग?
सोशल मीडिया पर सोनम को पहले ही “गुनहगार” बना दिया गया है। मीम्स, रील्स, यूट्यूब थंबनेल्स — हर जगह बस “हत्या” की कहानी।
लेकिन क्या हमने उसे सुनने का मौका दिया?
क्या सिर्फ़ महिला होने की वजह से उसे जल्दबाज़ी में दोषी ठहरा दिया गया?
मनोवैज्ञानिक चेतावनी: “सोशल मीडिया अब कोर्ट बन गया है”
विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल दौर में सच्चाई से ज़्यादा ट्रेंडिंग झूठ बिकते हैं।
“सोनम दोषी है या नहीं — ये कोर्ट तय करे। पर मीडिया पहले ही उसका जीवन तबाह कर चुका है।”
लोग भी हो रहे हैं दो धड़ों में बंटे:
“अगर वो निर्दोष निकली, तो हम सबने मिलकर उसकी ज़िंदगी बर्बाद की है।”
“सवाल उठाना ज़रूरी है, लेकिन जज बनना नहीं।”
“हमने पहले भी ऐसे केस देखे हैं — न्याय धीरे आता है, लेकिन आना चाहिए।”
