
15 जून 2025, रविवार – आज का दिन पूरी दुनिया के लिए खास है। वो इंसान जिसे हम “पापा”, “बाबा”, “अब्बू”, या “डैड” कहते हैं, जिनके प्यार और अनुशासन की नींव पर हमारा जीवन खड़ा है — आज फादर्स डे 2025 के मौके पर उन्हें समर्पित है।
🏛 अमेरिका से आई भावनाओं की लहर – राष्ट्रपति ट्रंप का ऐलान
13 जून 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि 15 जून को फादर्स डे के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि वे इस दिन अमेरिकी झंडा फहराएं और पिता के योगदान को याद करते हुए श्रद्धा से दिन बिताएं।
🌍 दुनिया भर में मनाया जा रहा है पितृत्व का उत्सव
जहाँ भारत और अमेरिका जैसे देश जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाते हैं, वहीं स्पेन, पुर्तगाल और इटली जैसे देशों में यह पर्व 19 मार्च को मनाया जाता है, जिसे वहां सेंट जोसेफ डे के नाम से जाना जाता है।
📜 कहां से शुरू हुआ ये दिन: एक बेटी की पहल बनी विश्वव्यापी परंपरा
1910 में वॉशिंगटन के स्पोकेन शहर की एक बेटी सोनोरा स्मार्ट डॉड ने अपने पिता के सम्मान में फादर्स डे मनाने की शुरुआत की। उनके पिता एक सिविल वॉर के सैनिक थे जिन्होंने अकेले छह बच्चों की परवरिश की थी। उनकी ये पहल आज एक वैश्विक परंपरा बन चुकी है।
💭 केवल उपहार नहीं, एहसासों की कद्र का दिन है ये
फादर्स डे अब सिर्फ गिफ्ट, टाई और कॉफी मग का दिन नहीं रहा। यह दिन है उस चुपचाप निभाए गए संघर्ष और प्यार को सलाम करने का, जो अक्सर बिना कहे पिता निभाते हैं। चाहे वह जैविक पिता हो, सौतेले, गोद लिए हुए या मेंटर — हर पिता समान प्रेम और प्रेरणा का स्रोत होता है।
आज सोशल मीडिया से लेकर हर घर में भावनाओं की बाढ़ है — जहां कोई पिता के साथ बिताए पलों को शेयर कर रहा है, तो कोई उनके बलिदानों को कविता के रूप में लिख रहा है।