
उत्तराखंड के आकाश में फिर गूंजा मातम का सन्नाटा।
15 जून 2025, वह काली सुबह जब श्रद्धा की उड़ान ने पलभर में सात जिंदगियों को सदा के लिए मौन कर दिया। केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा Aryan Aviation का एक हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के जंगलों में घने कोहरे और खराब मौसम के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
🔴 मासूमों समेत सात की मौत — एक परिवार उजड़ गया
इस दिल दहला देने वाले हादसे में यवतमाल, महाराष्ट्र से आए एक ही परिवार के तीन सदस्य, जिनमें एक 10 साल की बच्ची और 2 साल का मासूम शिशु शामिल थे, असमय काल के गाल में समा गए।
पूरे देश की संवेदनाएं अब उस मां के लिए हैं जो अब कभी अपनी बेटी की मुस्कान नहीं देख पाएगी।
🌧️ क्यों हुआ हादसा? – मौसम या मशीन?
- खराब विज़िबिलिटी, बारिश और पहाड़ी तूफान के चलते चॉपर कंट्रोल से बाहर हो गया।
- तकनीकी खराबी की भी आशंका जताई जा रही है, लेकिन असली वजह का पता जांच रिपोर्ट के बाद ही चलेगा।
- यह इस वर्ष की चार धाम यात्रा के दौरान हुआ पाँचवां हेलीकॉप्टर हादसा है — और अब पूरे सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं।
🚁 सेवाओं पर ब्रेक — चार धाम की उड़ानें अस्थायी रूप से बंद
हादसे के बाद, उत्तराखंड प्रशासन ने चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तकनीकी विशेषज्ञों की एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो हेलीकॉप्टर ऑपरेशन्स के लिए नई सुरक्षा गाइडलाइंस और SOPs बनाएगी।
💔 देश हुआ शोकाकुल — पहाड़ों में अब डर की उड़ान
इस घटना ने न केवल श्रद्धालुओं को हिला दिया, बल्कि पूरे देश को यात्रा सुरक्षा की स्थिति पर गंभीरता से सोचने को मजबूर कर दिया है।
जो यात्री आस्था से भरे दिल लेकर भगवान के दर्शन को निकले थे, उन्हें इस तरह लौटना पड़ा कि उनका इंतज़ार अब सिर्फ तस्वीरें करती हैं।